माता पिता ही नहीं, सास-ससुर की भी उठानी होगी जिम्मेदारी, बिल लोकसभा में पास


 


वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी रूप में प्रताड़ित करना अब बेहद महंगा पड़ेगा। प्रताड़ित करने वालों को छह महीने की जेल की सजा भुगतनी होगी। इसके अलावा बुजुर्गों के भरण पोषण की जिम्मेदारी अब सिर्फ बेटे की नहीं बल्कि बहु और दामाद की भी होगी। बुजुर्गों की हो रही उपेक्षा और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बुधवार को लोकसभा में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण और कल्याण संशोधन बिल पेश किया गया।60 दिनों में दूर होंगी शिकायतें
बिल के तहत बुजुर्गों की किसी भी शिकायतों का निपटान हर हाल में 60 दिनों के अंदर किया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों को प्रताड़ित-अपमानित करने पर छह महीने की सजा तय की गई है। साथ ही बुजुर्गों के भरण पोषण के लिए नए प्रावधान किए गए हैं। इनके मासिक भरण पोषण की 10 हजार रुपये की ऊपरी सीमा को हटा लिया गया है।