खूब हुक्का पी रहे नाबालिग, कलेक्टर ने हुक्का लाउंज पर लगाई रोक


भोपाल। शहर में बेखौफ चल रहे हुक्का लाउंजों पर अंतता शिकंजा कस ही गया। कलेक्टोरेट, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व अन्य विभागों को मिली शिकायतों को मिलाकर करीब डेढ़ हजार शिकायतें कलेक्टर कार्यालय पहुंच गई। युवाओं में एक अलग तरह के नशे की लत के अलावा पुलिस को अलग-अलग हुक्का लाउंजों में 50 से ज्यादा नाबालिग भी हुक्का गुडग़ुड़ाते मिले। कलेक्टर सुदाम खाडे ने धारा-144 के तहत शनिवार को हुक्का लाउंजों पर रोक लगा दी। फिलहाल ये आदेश दो माह के लिए लागू है। पूरी फीस ही उड़ा रहा था छात्र शहर के एक नामी इंस्टीट्यूुट में पढऩे वाला छात्र पिछले दो साल से पिता की तरफ से भेजी जा रही फीस को हुक्के में उड़ा रहा था। दोस्तों गर्लफ्रेंड के साथ पार्टी रुटीन बन गई। यही नहीं उसने दोस्तों से उधारी भी लेना शुरू कर दी। उसके हेल्थ पर जो प्रभाव पड़ रहे थे वो अलग थे। फीस संबंधी पत्र इंस्टीट्यूट से सिवनी छात्र के घर पहुंचा तब पिता ने यहां आकर पूरी पड़ताल की और एक शिकायत पुलिस को कर दी। ये शिकायत भी कलेक्टर के यहां पहुंची है। एक को लग गई गंभीर बीमारी शहर के ही एक छात्र को हुक्का पीने से गंभीर बीमारी लग गई। इस कारण उसका पूरा रुटीन बिगड़ गया। हेल्थ बिगडऩे लगी। पिता ने उसका इलाज कराया तो पता चला कि हुक्के के कारण ये सब हुआ है। इसके बाद भी छात्र माना नहीं। वह चोरी छिपे हुक्का पीता रहा। पिता को जब ये बात पता चली तो वे उसे मुम्बई सुधारगृह में ले गए। जहां चार माह में छात्र ठीक हुआ। इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग में हुई है। इन्होंने की शिफारिश सिंधी समाज उत्थान समिति लालघाटी, आनंद सबधाणी एजुकेशनल सोसायटी, डायग्नो लेब्स कलेक्शन सेंटर, रॉयल राजपूत संगठन, कादंबनी शिक्षा एवं समाज कल्याण सेवा समिति सहित पचास अन्य सामाजिक संस्थाओं ने इन पर रोक लगाने की मांग की थी। निकोटिन से लंग्स कैंसर का खतरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हुक्का बार और लाउंज पर हुक्का में निकोटिन परोसा जाता है। जिसकी वजह से बच्चों और युवाओं को लंग्स इंफेक्शन हो जाता है। जिससे कैंसर का खतरा भी रहता है। पुलिस करेगी निगरानी कलेक्टर डॉ सुदाम खाडे ने कहा कि शहर के हुक्का बार, लाउंज और हुक्का केंद्रों के संचालन पर धारा-144 के तहत शनिवार से रोक लगा दी गई है। पुलिस, आबकारी, नगर निगम का अमला निगरानी करेगा।