- डॉक्टर ली वेनलियांग ने 30 दिसंबर को मेडिकल स्कूल के अपने साथियों को बताया था कि कोरोनावायरस 2002 के सार्स वायरस जैसा है
- आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार तक वायरस से 636 लोगों की मौत हुई, 31,161 लोग कोरोनावायरस से पीड़ित
- एक दिन पहले सोशल मीडिया पर लीक रिपोर्ट में कोरोनावायरस से मौतों की संख्या 25 हजार; 1.54 लाख लोगों के संक्रमित होने का दावा
- यह लीक्ड रिपोर्ट चीन की टेक्नोलॉजी कंपनी टेनसेंट की तरफ से आई है, इसके संस्थापक मा हुआतेंग राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी हैं
बीजिंग. चीन में कोरोनावायरस की वजह से मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को बढ़कर 638 पहुंच गया। एक दिन में ही इस वायरस से संक्रमित 73 लोगों की मौत हुई। नोवेल-कोरोनावायरस का सबसे पहले खुलासा करने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग की भी शुक्रवार को मौत हो गई। वे खुद भी इस वायरस से पीड़ित थे। सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी मौत की खबर पर गुस्सा जताया। लोगों ने मांग की कि अस्पताल के अफसरों को डॉक्टर ली को न बचा पाने के लिए उनके परिवार से माफी मांगनी चाहिए। चीन का ट्विटर कही जाने वाली वीबो साइट पर ‘आई वॉन्ट फ्रीडम ऑफ स्पीच’ (मुझे अभिव्यक्ति की आजादी चाहिए) शुक्रवार को दिन भर ट्रेंड हुआ। हालांकि बाद में सरकार ने ट्रेंड को सेंसर कर दिया।